माफीनामों का ‘वीर’ : विनायक दामोदर सावरकर

इस देश के प्रबुद्धजनों का यह परम, पवित्र व अभीष्ट कर्तव्य है कि इन राष्ट्र हंताओं, देश के असली दुश्मनों और समाज की अमन और शांति में पलीता लगाने वाले इन फॉसिस्टों और आमजनविरोधी विचारधारा के पोषक इन क्रूरतम हत्यारों, दंगाइयों को जो आज रामनामी चद्दर ओढे़ हैं, पूरी तरह अनावृत्त करके इनकी वास्तविक बदसूरत, […]

ओवैसी मीडिया के इतने चहेते क्यों ?

मीडिया और सरकार, दोनो के ही द्वारा इन दिनों मुसलमानों का विश्वास जीतने की कोशिश की जा रही है कि उन्हें सही समय पर बताया जा सके कि उनके सच्चे हमदर्द असदउद्दीन ओवैसी साहब हैं। ● शकील अख्तर असदउद्दीन ओवैसी इस समय मीडिया के सबसे प्रिय नेता बने हुए हैं। उम्मीद है यूपी के चुनाव […]

मोदी सरकार कर रही सुरक्षा बलों का राजनीतिकरण!

● अनिल जैन विपक्ष शासित राज्य सरकारों को अस्थिर या परेशान करने के लिए राज्यपाल, चुनाव आयोग, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) आदि संस्थाओं और केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग तो केंद्र सरकार द्वारा पिछले छह-सात सालों से समय-समय पर किया ही जा रहा है। लेकिन पिछले कुछ समय […]

राजनाथ का बयान गांधी के विचारों को ख़त्म करने की साज़िश!

हिंदुत्ववादी शासक टोली को गांधी जी से डर लग रहा है। आरएसएस-भाजपा शासक परेशान हैं। वे समझ नहीं पा रहे हैं कि गांधी, जिनकी हत्या हिंदुत्ववादी शासक टोली ने बहुत पहले कर दी थी, का भारत का विचार (Idea of India) पूरी तरह नष्ट नहीं हुआ है और उनके हिंदुत्ववादी राष्ट्र के विचार को मुंहतोड़ […]

बस ज़रा और कांग्रेस होने की जरूरत है

शनिवार को हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग कई मायनों में ऐतिहासिक रही। इस बहुत कामयाब बैठक के बाद ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस वापस लौट रही है। बस उसे ज़रा और कांग्रेस होने की जरूरत है! ● शकील अख्तर कांग्रेस के लिए काम करने वाले बहुत लोग हैं। अपने अपने तरीके से […]

प्रियंका क्रीज पर और धरी रह गई फील्डिंग!

उत्तर प्रदेश की तीन बड़ी पार्टियों के नेता मुख्यमंत्री योगी, अखिलेश और मायावती अभी तक इस खुशफहमी में डूबे हुए थे कि कांग्रेस कहीं नहीं है, और बाकी दो भी कमजोर हैं। मगर प्रियंका के क्रीज पर पहुंचते ही सारी फिल्डिंग बिखर गई। हाफ पिच पर आकर उन्होंने दो ही लंबी हिट लखीमपुर और बनारस […]

इन्दिरा की साड़ियों से लेकर राजनीति तक सबका इस्तेमाल करती प्रियंका

राजनीति साहस की चीज है। प्रियंका ने इन्दिरा गांधी से सीखा। इन्दिरा भी तो ऐसे ही एक दिन अचानक उठकर बेलछी की तरफ रवाना हो गईं थीं। वहां भी पानी बरस रहा था। जाने का कोई साधन नहीं था। ऐसे में इस परिवार के साथ हमेशा आम आदमी खड़ा होता है। एक महावत ने पूछा […]

गांधीजी की हत्या के प्रयास तो 1934 से ही शुरू हो गए थे!

● अनिल जैन महात्मा गांधी की हत्या के संदर्भ में उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे के समर्थक और हिंदुत्ववादी नेता अक्सर यह दलील देते रहते हैं कि गांधीजी ने भारत के बंटवारे को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया, उनकी वजह से ही पाकिस्तान बना और उन्होंने ही पाकिस्तान को 55 करोड़ रुपए दिलवाए, जिससे क्षुब्ध […]

‘उसने गांधी को क्यों मारा’- गांधी हत्या के पीछे के ‘वैचारिक षड्यंत्र’ को उजागर करती किताब

गांधी की हत्या, उसके कारण, साजिश और ‘विकृत मानसिकता’ के उभार को अपनी हालिया किताब ‘उसने गांधी को क्यों मारा ‘ में लेखक अशोक कुमार पांडेय ने प्रमाणिक स्त्रोतों के जरिए दर्ज किया है। ● कृष्ण मुरारी ‘भारत एक अजीब देश है। इस देश में सत्ता हासिल करने वालों को नहीं त्याग करने वालों को […]

न बैंक खाता, न ही पंजीकरण फिर आरएसएस ने कैसे की महामारी में इतनी धन उगाही?

● पूर्वा स्टार ब्यूरो नागपुर। नागपुर के एक कार्यकर्ता मोहनीश जबलपुरे ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर (आईटी) विभाग को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के ख़िलाफ़ शिक़ायत दर्ज़ करके संगठन के धन के स्रोत की जांच की मांग की है। गौरतलब है कि पिछले साल जून में आरएसएस ने दावा किया था कि उसने 10 […]

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