गांधीजी की हत्या के प्रयास तो 1934 से ही शुरू हो गए थे!

● अनिल जैन महात्मा गांधी की हत्या के संदर्भ में उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे के समर्थक और हिंदुत्ववादी नेता अक्सर यह दलील देते रहते हैं कि गांधीजी ने भारत के बंटवारे को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया, उनकी वजह से ही पाकिस्तान बना और उन्होंने ही पाकिस्तान को 55 करोड़ रुपए दिलवाए, जिससे क्षुब्ध […]

‘सांप्रदायिक दंगे और उनका इलाज’

लोगों को धर्म, जाति के नाम पर लड़ाने का खेल नया नहीं है। आजादी के पहले ही बरतानिया हुकूमत ने सांप्रदायिक बंटवारे की आग लगा दी थी। साम्प्रदायिकता का जो नंगा नाच आज दिख रहा है, उसे भगत सिंह ने अब से 93 साल पहले ही देख लिया था, जब आजादी की लड़ाई के वक्त […]

ब्रिटिश दंभ को ध्वस्त करने के लिए याद किया जाएगा 4 फरवरी 1922

असहयोग आंदोलन में हिस्सा लेते सत्याग्रहियों पर चार फ़रवरी 1922 को गोरखपुर के चौरीचौरा में अंगरेजी पुलिस द्वारा गोली चलाने और उसमें कई सत्याग्रहियों के मारे जाने की के बाद गुस्साई भीड़ ने उसी दिन चौरीचौरा थाना में 23 पुलिसवालों को बंद कर आग लगा दिया जिसमें सभी जल कर मर गए। हालांकि इस घटना […]

अस्सी बरस पहले ही सुभाषचंद्र बोस ने कहा था- ‘भगवा दिखा कर वोट बटोरने वाले ग़द्दारों को निकाल फेंकें’

‘हिंदू महासभा ने त्रिशूलधारी संन्यासी और संन्यासिनों को वोट माँगने के लिए जुटा दिया है। त्रिशूल और भगवा लबादा देखते ही हिंदू सम्मान में सिर झुका देते हैं। धर्म का फ़ायदा उठाकर इसे अपवित्र करते हुए हिंदू महासभा ने राजनीति में प्रवेश किया है। सभी हिंदुओं का कर्तव्य है कि इसकी निंदा करें। ऐसे गद्दारों […]

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