नहीं रहे पूर्व गृह मंत्री बूटा सिंह, 8 बार बने सांसद, कहे जाते थे दलितों के मसीहा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री सरदार बूटा सिंह का आज लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। 86 वर्षीय बूटा सिंह का अंतिम संस्कार भी आज ही किया जाएगा। पंजाब के जालंधर जिले में जन्मे बूटा सिंह को दलितों का मसीहा कहा जाता था। सरदार बूटा सिंह 8 बार लोकसभा के सांसद रहे और वे नेहरू गाँधी परिवार के भरोसेमंद व्यक्ति थे।
● पूूर्वा स्टार ब्यूरो
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री सरदार बूटा सिंह का आज लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। 86 वर्षीय बूटा सिंह का अंतिम संस्कार भी आज ही किया जाएगा। पंजाब के जालंधर जिले में जन्मे बूटा सिंह को दलितों का मसीहा कहा जाता था। सरदार बूटा सिंह 8 बार लोकसभा के सांसद रहे और वे नेहरू गाँधी परिवार के भरोसेमंद व्यक्ति थे।
सरदार बूटा सिंह राजीव गाँधी की सरकार में केंद्रीय गृह मंत्री और कृषि मंत्री भी रह चुके थे। यही नहीं उन्होंने देश के रेल, खेल, खनन और संचार मंत्रालयों का भी ज़िम्मा संभाला था। इसके अलावा बूटा सिंह बिहार के राज्यपाल के पद पर भी रहे। वह 2007 से 2010 तक राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष भी थे। राजीव गाँधी के अलावा बूटा सिंह इंदिरा गाँधी और पीवी नरसिम्हा राव की कैबिनेट में भी रह चुके थे।
सरदार बूटा सिंह कांग्रेस में आने से पहले अकाली दल में थे। 1960 में बूटा सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वे पहली बार 1962 में लोकसभा के सदस्य चुने गए थे। 1977 में कांग्रेस की हुई बुरी हार के बाद जब पार्टी टूट गयी थी तब बूटा सिंह ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव का पदभार संभाला था। कहा जाता है कि 1980 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की बड़ी जीत के पीछे सरदार बूटा सिंह की कड़ी मेहनत ही थी। बूटा सिंह के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा दो बेटे और एक बेटी हैं।
पूर्व गृहमंत्री सिंह के निधन पर कांग्रेस पार्टी में शोक की लहर दौड़ गई। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, महासचिव विश्वविजय सिंह आदि ने गहरा दुख व्यक्त किया है।

पीएम मोदी ने पूर्व गृह मंत्री बूटा सिंह के निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए ट्विटर पर लिखा है कि वे एक अनुभवी प्रशासक के साथ गरीबों और दलितों की बुलंद आवाज थे। मैं उनके निधन से दुखी हूँ। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ।

कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि सरदार बूटा सिंह जी के निधन से देश ने एक निष्टावान नेता और सच्चा जनसेवक खो दिया है। उन्होंने अपना जीवन देश की जनता के लिए समर्पित कर दिया। जिसके लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा। इस मुश्किल समय में उनके परिवारजनों को मेरी संवेदनाएं हैं।