बिहार में बदल रहा है सियासी माहौल : भाजपा से जदयू की बढ़ी दूरी
• पूर्वा स्टार ब्यूरो
बिहार में हाल के दिनों में सियासी मौसम करवट बदलता हुआ नजर आ रहा है। अरुणाचल प्रदेश में जिस तरह भाजपा ने जदयू के छह विधायकों को अपने पाले में किया है, उससे जदयू नेताओं के बीच हलचल पैदा हो गई है। भाजपा नेता भी अब लगातार नीतीश कुमार को घेरने में लगे हुए हैं।
हाल ही में पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता संजय पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गृह विभाग की जिम्मेदारी छोड़ने की बात कही। वहीं, नीतीश कुमार ने साफ कह दिया है कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है।
दूसरी तरफ, नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह को जदयू का अध्यक्ष बनाकर यह साफ कर दिया है कि वह भाजपा नेताओं की जमघट को मुख्यमंत्री निवास में नहीं चाहते हैं। माना जा रहा है कि वह अब भाजपा नेताओं से ज्यादा चर्चा करने के पक्ष में नहीं है।
वहीं, पूर्वोत्तर राज्य में मिले झटके के बाद आज मुख्यमंत्री नीतीश पटना स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचे हैं। यहां गौर करने वाली बात यह है कि दो दिन पहले ही पार्टी नेताओं की बैठक हुई थी। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में राज्य का सियासी समीकरण बदल सकता है।
जदयू नेता बिहार चुनाव के बाद से ही भाजपा से चिराग पासवान के मुद्दे पर नाराज चल रहे थे, वहीं अब अरुणाचल में हुए घटनाक्रम ने पार्टी नेताओं में रोष पैदा कर दिया है। इसका असर अब देखने को मिलना शुरू भी हो गया है, क्योंकि भाजपा जहां लव जिहाद कानून के लिए राज्य में बिल की मांग कर रही हैं। वहीं, जदयू नेताओं ने इस मुद्दे पर असहमति जताते हुए बिल लाने से इनकार कर दिया है।
जद यू महासचिव केसी त्यागी ने भी रविवार को नई दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा द्वारा जेडीयू के विधायक तोड़ने की कार्यवाही गठबंधन धर्म के खिलाफ बताया था और कहा था कि बीजेपी का यह व्यवहार आपत्तिजनक है तथा दोनों दलों के आपसी संबंधों को तोड़ने वाला है। ताजा घटनाक्रमों को देखते हुए यह बीजेपी-जेडीयू गठबंधन कब तक टिकेगी इसे लेकर संशय बढ़ गया है।
