आरएसएस का क्यों नहीं हुआ रजिस्ट्रेशन, क्यों नहीं भरते टैक्स? कांग्रेस ने किया सवाल
जिन दो मामलों को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता ने संघ पर सवाल उठाया उनमें से एक उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम जन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से खरीदी गई जमीन के सौदे का है, वहीं दूसरा मामला राजस्थान में एक कंपनी को बकाया दिलाने से जुड़ा है।
● पूर्वा स्टार ब्यूरो
कांग्रेस ने अयोध्या में दो विवादास्पद जमीन सौदों को लेकर अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर हमला बोला है। पार्टी ने पूछा है कि आखिर क्यों संघ एक गैर-पंजीकृत संस्था है और क्यों इसे जवाबदेही के तय तंत्र से अलग रखा गया है, जबकि आरएसएस देश की पावर पॉलिटिक्स का बड़ा खिलाड़ी है।
कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने बुधवार को उत्तर प्रदेश और राजस्थान में जमीन लेन-देन से जुड़े दो अलग-अलग मामलों का हवाला देते हुए पूछा- “हम जानना चाहते हैं कि आरएसएस क्यों अब तक रजिस्टर्ड नहीं हुई? आखिर क्यों यह संस्था अपने सदस्यों का ब्योरा नहीं रखती? क्यों यह संस्था इनकम टैक्स नहीं देती? क्या वे इस देश के मालिक हैं?”
जिन दो मामलों को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता ने संघ पर सवाल उठाया उनमें से एक उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम जन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से खरीदी गई जमीन के सौदे से जुड़ा है। इसमें ट्रस्ट के सदस्य- विश्व हिंदू परिषद के नेता चंपत राय और संघ के एक कार्यकर्ता अनिल मिश्रा पर आरोप लगे हैं। हालांकि दोनों ने ही किसी भी भ्रष्टाचार से इनकार किया है।
दूसरा मामला ऑडियो और वीडियो क्लिप से जुड़ा है, जिसे जारी कर कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राजस्थान में भाजपा और आरएसएस से जुड़े कुछ पदाधिकारियों ने एक निजी कंपनी को नगर निगम से बकाया दिलाने के लिए करोड़ों रुपये के कमीशन की मांग की।
राजस्थान में किस मामले में लगे BJP-RSS पर भ्रष्टाचार के आरोप?
कांग्रेस ने ऑडियो-वीडियो जारी कर आरोप लगाया कि भाजपा की सत्ता वाले जयपुर नगर निगम से निजी कंपनी को 305 करोड़ रुपये का बकाया दिलाने के एवज में करोड़ों रुपये का कमीशन मांग रहे थे। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने स्वत: संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज की है और अब सारी सच्चाई जांच में सामने आ जाएगी।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने इस मामले पर कहा, “ऑडियो-वीडियो से पता चलता है कि कैसे संघ और भाजपा भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं, कैसे कंपनियों को बैठाया जाता है, उनसे मोलभाव किया जाता है, कमीशन मांगा जाता है। इन वीडियो में कहानी के पात्र एक निजी कंपनी के कर्मचारी हैं और दूसरा पात्र राजाराम हैं जो भाजपा की जयपुर की निलंबित मेयर सौम्या गुर्जर के पति हैं और वह स्वयं भी भाजपा के नेता हैं।’’
कांग्रेस का आरोप- RSS कार्यालय में चल रहा था सौदा
खेड़ा ने आरोप लगाया, ‘‘यह सौदा आरएसएस के जयपुर कार्यालय में चल रहा था। वीडियो में दिख रहा है कि कुर्सी पर राजाराम जी बैठे हैं और दूसरी कुर्सी पर राजस्थान के आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक निम्बाराम जी बैठे हैं।’’ हालांकि, कांग्रेस ने जो ऑडियो एवं वीडियो जारी किए हैं, उसपर भाजपा और आरएसएस की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
अयोध्या मामले पर खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा के नेताओं की, अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर निर्माण में कथित भूमि खरीद में भ्रष्टाचार की परतें लगातार खुल रही हैं। खेड़ा ने यह दावा भी किया कि भ्रष्टाचार की सच्चाई सामने आने के बाद भाजपा एवं आरएसएस के लोग मंदिर और भगवान राम का नाम लेकर खुद को बचाने की कोशिश करते हैं तथा इस मामले में भी यही किया गया है।”