यूपी में कांग्रेस की जड़ें मजबूत करने को चल रहे ‘संगठन सृजन अभियान’ ने कार्यकर्ताओं में उत्साह बढाया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को यूपी के एक-एक जिले का प्रभारी बनाया गया है। सभी को संबंधित जिले में 3 जनवरी से 25 जनवरी तक लगातार कैंप कर, उस जिले की सभी न्याय पंचायतों में कांग्रेस का एक मजबूत संगठन खड़ा करने की जिम्मेदारी दी गई है।
● आलोक शुक्ल
लखनऊ। तीन दसक से राज्य में सत्ता से दूर कांग्रेस 2022 में सरकार बनाने के लिए अभी से काम में लग गई है। चुनाव से पहले पार्टी अपने संगठन को हर गांव-हर बूथ स्तर तक मजबूत करने के अभियान में पूरी मुस्तैदी से जुटी हुई है। 3 जनवरी से 25 जनवरी तक चल रहे ‘संगठन सृजन अभियान’ में पार्टी के पदाधिकारियों और नेताओं ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। करीब एक सौ नेताओं की टीम पिछले 20 दिनों से जिलों में कैम्प कर रही है जिनकी देखरेख में जिलों के नेता न्याय पंचायत स्तर पर बैठक कर न्यायपंचायत स्तरीय कमेटी का गठन कर रहे हैं। लक्ष्य है कि इस महीने की आखिर तक ये काम पूरा कर लिया जाएगा। फिर फ़रवरी माह में ग्राम व बूथ कमेटियों का निर्माण होगा। इस तरह फरवरी के अंत तक पार्टी 8000 न्याय पंचायतों के साथ ही 60000 ग्राम स्तरीय कमेटियों का गठन कर लेगी।
इस अभियान को लेकर पार्टी की गंभीरता इससे समझ सकते हैं कि जहां पूरे अभियान पर यूपी की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी की नजर है, वहीं यूपीसीसी के पदाधिकारियों और अन्य नेताओं की टीमों के साथ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव जुबेर खान, धीरज गुजर, बाजीराव खाड़े, सचिन नाइक और रोहित चौधरी भी जिलों में कैंप कर रहे हैं। जबकि इसके पहले शायद ही कभी किसी राष्ट्रीय सचिव ने गांव के स्तर पर किसी कार्यक्रम में हिस्सा लिया हो। कार्यकर्ताओं में इसे लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है।

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी के निर्देश पर सभी कांग्रेस पदाधिकारी और नेता 3 जनवरी से अपने प्रभार वाले जिलों में कैंप कर रहे हैं। जल्दी ही सभी 60 हजार गांवों में कांग्रेस की मजबूत टीम दिखेगी।
अजय कुमार लल्लू, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
कैसे चल रहा है अभियान
ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष एक पंचायत के अंतर्गत आने वाले सभी गांवों के पार्टी कार्यकर्ताओं व विचारधारा के लोगों की बैठक आयोजित करता है जिसमें सबकी सहमति से एक अध्यक्ष का चुनाव होता है। न्याय पंचायत अध्यक्ष चुने जाने के बाद चार पांच और सक्रिय कार्यकर्ताओं की पहचान की जाती है जो उस न्याय पंचायत के गांवों में ग्राम व बूथ कमेटियों के गठन में मदद करेंगे। इन सभी बैठकों में जिला/शहर कांग्रेस कमेटी से लगाए गए प्रभारी भी मौजूद रहते हैं। जिनकी देखरेख में चुनाव होता है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और प्रदेश कमेटी के पदाधिकारी/प्रभारी भी इन बैठकों में शामिल होते हैं। पूरी कार्यवाही की रिपोर्ट उसी दिन प्रदेश कमेटी को भी भेजी जाती है।
बड़े नेताओं के शामिल होने से कार्यकर्ताओं में उत्साह
किसी को याद नहीं है कि हाल के वर्षों में कांग्रेस ने इसके पहले कब इस तरह का अभियान चलाकर संगठन बनाया हो। कुछ महीनों पहले तक बड़े नेता शहर के होटलों या सरकारी गेस्ट हाउसों में ही ठहर कर चले जाते थे। छोटे कार्यकर्ताओं से न तो मिलते थे और न उनकी बात ही सुनी जाती थी। ये कांग्रेस की परम्परा सी हो गई थी जिससे कार्यकर्ताओं के भीतर निराशा घर करने लगी थी।

लेकिन इस कार्यक्रम ने बड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच बढ़ी दूरी को कम किया है। बैठकों में बड़े नेता शामिल हो रहे हैं। राष्ट्रीय, प्रांतीय पदाधिकारियों के अलावा पूर्व की केंद्र व राज्य सरकारों में मंत्री रहे नेता, पूर्व व वर्तमान सांसद-विधायक बैठकों में समय से पहुंच रहे हैं और कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं। उनकी बात सुन रहे हैं। इससे वर्कर्स के भीतर पार्टी और नेताओं को लेकर भरोसा बढ़ा है, जिसकी वजह से बैठकों में आने वाले की संख्या में इजाफा हुआ है।
बैठकों में कांग्रेस नेता लोगों को केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार में बढ़ी बेराजगारी, किसानो की समस्या, ध्वस्त कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दो को लेकर खुली चर्चा कर रहे हैं। गांव-गरीबों की स्थानीय समस्याओं पर भी बात हो रही है और उनके निराकरण के लिए संघर्ष की रूपरेखा भी बन रही है।
मजबूत संगठन के साथ लडेंगे : विश्वविजय सिंह
यूपी कांग्रेस के महासचिव विश्वविजय सिंह ने कहा कि प्रियंका गांधी के निर्देश व देखरेख में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी न्याय पंचायत स्तरीय बैठक कर रही है। बैठक में न्याय पंचायत के सभी गांवों की उपस्थिति सुनिश्चित की जा रही है। राज्य के कुल 823 ब्लॉक में जमीनी स्तर पर लगभग 20,575 कमेटियां गठित की जा रही हैं जिससे पार्टी के पास जमीनी स्तर पर तैयार 28,000 से अधिक नेताओं की एक प्रतिबद्ध टीम होगी।

श्री सिंह ने कहा कि न्याय पंचायत अध्यक्ष के चयन के साथ ही ब्लाक कमेटियों का निर्माण कर गांवों में संगठन खड़ा कर पंचायत व विधानसभा चुनावों को मजबूती से लड़कर सूबे में सरकार बनाने की दिशा में यूपी कांग्रेस काम कर रही है।
प्रियंका गांधी के कैलेंडर भी हर गांव में पहुँचेंगे
पार्टी पिछले साल की तरह इस बार भी नए साल पर प्रदेश में हर गांव और हर शहर तक महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा भेजे गए 10 लाख कैलेंडर पहुंचा रही है। 12 पेज के इस कैलेंडर में हर पेज पर प्रियंका गांधी के जनसंपर्कों और संघर्षों की अलग-अलग तस्वीरें हैं जो लोगों को आकर्षित करती हैं।
कैलेंडर में पहले पेज पर सोनभद्र के उभ्भा जनसंहार के बाद अपनी संवेदना व्यक्त करने सोनभद्र पहुंची प्रियंका गांधी की तस्वीर आदिवासी महिलाओं के साथ छपी है। अगले पन्नों पर हाथरस में पीड़िता के मां से गले लगते महासचिव प्रियंका गांधी की तस्वीर, हाथरस जाते हुए रास्ते में पुलिसिया लाठीचार्ज से कार्यकर्ताओं को बचाते हुए महासचिव की तस्वीर छपी है।
इसी तरह सीएए-एनआरसी के खिलाफ लगातार सड़कों पर संघर्ष करती रही प्रियंका की एक तस्वीर आज़मगढ़ जिले की भी है। जिसमें वे पीड़ित परिवार की एक बच्ची के आंसू पोछ रही हैं। कैलेंडर में इसके साथ अमेठी, रायबरेली, हरियाणा, झारखंड सहित यूपी में प्रियंका गांधी द्वारा किये गए जन संपर्कों की तस्वीरें बहुत करीने से छापी गई हैं।